बीकानेर। डॉक्टर जय किशन सुथार व उनकी सीटीवीएस सर्जरी टीम ने 30 दिनों में 30 से अधिक मरीजों की निशुल्क हार्ट सर्जरी करके उनका जीवन दान दिया है।
डॉक्टर जयकिशन सुथार ने बताया कि पूरे बीकानेर संभाग में बीकानेर वासियों के लिए पिछले 100 सालो में इतनी हाई टेक सुविधाओं के साथ वो भी नि:शुल्क सरकारी योजनाओं (RGHS, चिरंजीवी) में सर्जरी होना और सजरी के चौथे – पांचवे दिन मरीज का स्वस्थ होकर अपने  घर जाना, अपने आप में एक सपने से कम नहीं है।
डॉक्टर सुथार ने बताया इन मरीजों में हार्ट की बहुत ही प्रमुख और अत्यंत ही जटिल समस्याएं थीं, जिनमें से अधिकतर मरीज जिनकी हृदय में खून की सप्लाई करने वाली तीनो नसों में ब्लॉकेज ( T. V. D.)  होने पर उनकी बाईपास सर्जरी ( CABG ) की और जिन मरीजों  के दिल के वाल्व खराब हो गए या वाल्व में लीकेज था, उनके वाल्व को मरीज के जरूरत के अनुसार मेटैलिक , बायोप्रोस्थेटिक, टिश्यू वाल्व व टी वी रिंग ( MVR / DVR / TVR ,  T.V.Ring ) लगा कर रिप्लेस और रिपेयर किया गया।
कार्डियक मैनेजर सचिन सुथार ने बताया हमने पिछले 1 साल में 200 से अधिक मरीजों की बाईपास सर्जरी कर चुके है , जिसमें कुछ ऐसे गंभीर मरीजों को भी ऑपरेट किया है, जो संपूर्ण उत्तर भारत के गिने चुने सेंटर्स पर ही होता है, जिनकी बाईपास सर्जरी के साथ साथ हार्ट के पास से पैरो की नसों तक बाईपास भी किया है, जो अभी तक पूरे राजस्थान में 3 ही केस हुए होंगे और कुछ ऐसे मरीजों की सर्जरी भी की है जिसमे बाईपास के साथ वाल्व्स ( CABG + MVR/DVR /TVR) की सर्जरी  आदि अनेक जटिल सर्जरी करके जीवन दान दिया है। फिलहाल सभी मरीज बिल्कुल स्वस्थ है और अच्छे है। मरीजों ने डॉक्टर सुथार और उनकी सम्पूर्ण टीम को तहे दिल से शुक्रिया अदा किया और बताया उन्हें बाईपास सर्जरी के बाद काफी राहत मिली है और वो बहुत खुश हैं। साथ ही फीडबैक दिया कि जब हार्ट की इतनी बड़ी-बड़ी सर्जरी बीकानेर में ही हो रही है तो हम क्यों बड़े शहरों में जाए , साथ ही ये भी दुवाएं दी की यूंही बीकानेर वासियों के लिए निरंतर  हार्ट मरीजों के लिए बीकानेर में ही सेवाएं मिलती रहे , ताकि उन्हें बाईपास और दिल की सर्जरी के लिए बड़े शहरों की ओर रुख न करना पड़े ।

ये थी टीम

डॉक्टर जयकिशन सुथार, कार्डियक एनेस्थेटिक डॉक्टर गिरीश, परफ्यूजनिस्ट पवित्र, ओ टी असिटेंट राजेंद्र नागर , एनेस्थेटिक असिस्टेंट आदित्य, नर्सिंग स्टाफ श्रवन, अर्पण, हर्षवर्धन, आईसीयू डॉक्टर राजेंद्र बिश्नोई, डॉक्टर खेताराम चौधरी , आईसीयू नर्सिंग हेड शंकरलाल, नर्सिंग स्टाफ नवीन ,  रमेश , अंजली, अबरार, आफरीन, कमलेश , सुनील मोरया, दानिश , पवन , रमा, सीमा, अभय आदि समस्त हॉस्पिटल स्टाफ को प्रमुख योगदान रहा।