वी बी जैन जयपुर।  वैशाली नगर के नर्सरी सर्किल स्थित श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर के प्रथम तल पर नवनिर्मित जिनालय का श्रीमज्जिनेन्द्र महावीर जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ आचार्य सुनील सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में बुधवार से शुरू हो रहा है। 1 अप्रैल तक चलने वाले इस आयोजन में घटयात्रा, जन्म कल्याणक शोभायात्रा सहित अनेक धार्मिक आयोजन होंगे। आयोजन से एक दिन पूर्व मंगलवार को  हल्दी रस्म की विधि विधान से क्रियाएं सम्पन्न हुई। करीब 300 से ज्यादा महिलाओं ने मेहंदी रचवाई। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष गजेंद्र बडजात्या ने बताया कि बुधवार को महोत्सव के पहले दिन गर्भकल्याणक पूर्वाद्ध की क्रियाएं होंगी। जिसके तहत सुबह 6 बजे जिनेंन्द्र दर्शन, प्रार्थना, शांति जाप्य व श्रीजी की शांतिधारा के बाद जल पूजन किया जाएगा। इसके बाद बैंडबाजों के बीच 1008 महिलाओं की घटयात्रा निकाली जाएगी। घटयात्रा में महिलाएं एक समान परिधान में सिर पर मांगलिक कलश लेकर चलेगी। कलशयात्रा वैशाली नगर के विभिन्न मार्गो से होती हुई कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगी। इस दौरान पंचकल्याणक महोत्सव के लिए आचार्य सुनील सागर का भव्य मंगल प्रवेश वैशाली नगर में होगा। महोत्सव के तहत सुबह 10 बजे महाध्वज स्थापना व  पांडाल ‘कुंडलपुर नगरी ’ का उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद पांडाल में श्रीजी की शांतिधारा,पूजा व अर्घ्य के बाद चित्र अनावरण, दीप प्रज्जवलन, आचार्यश्री के मांगलिक प्रवचन होंगे। इसी दिन दोपहर में मंगल कलश की प्रतिष्ठा, यागमंडल, जाप्यादि कलशों की स्थापना व यागमंडल विधान की पूजा की जाएगी। मुख्य संयोजक विशाल जैन ने बताया कि दोपहर में कुमारिकाओं द्वारा तीर्थ जल लाना व शाम को प्रभु आरती के बाद रात्रि में 7.30 बजे गर्भकल्याणक के पूर्व दृष्य, सौधर्म इन्द्र की सभा,तत्वचर्चा,अलौकिक ज्योति, कुबेर का आगमन, महाराज से भेंट आज्ञा, पिता का ससम्मान लाकर सर्वतोभद्र महल में स्थापित करना, कुमारियों की स्थापना, तीर्थकर माता को 16 स्वप्न दर्शन आदि की क्रियाएं सम्पन्न होंगी। 29 मार्च को जन्माभिषेक का भव्य जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस में अनेक झांकियां, बैंड, बग्गी, हाथियों पर विराजमान इन्द्र-इन्द्राणी सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। इसके बाद पांडुक शिला पर 1008 कलशों से अभिषेक किया जाएगा।