भारतीय सेना के बैटल एक्स डिवीजन ने जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के साथ टारगेट को हिट किया। फायरिंग रेंज में दिन और रात दोनों समय के लिए इस अभ्यास को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया। भारत में ही बनी एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण कर इसकी क्षमता का आकलन किया गया।
भारतीय सेना की बैटल एक्स डिवीजन के सैनिकों ने पैदल चलकर इस मिसाइल को पोर्टेबल सिस्टम से फायर किया। यह मिसाइल एक निर्देशित मिसाइल है जिसे टैंकों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह एक उच्च पूर्व-प्लोसिव एंटी-टैंक हीट वॉर-हेड का उपयोग करता है। भीषण गर्मी के दौरान भी इसे कहीं भी सतह से सतह मार किया जा सकता है।
इस एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को ट्राईपॉड से भी लॉन्च किया जा सकता है। इस मिसाइल का वजन 15 किलो है और इसकी रेंज 2.5 किमी है। इसका परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया। सभी निशानों को मिसाइल ने सटीकता से हिट कर अपनी क्षमता का परिचय दिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मिसाइल की क्षमता और सटीकता का सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल, जो 2.5 किमी तक टारगेट को हिट कर सकती है। सतह से सतह तक दागी जाती है और कई लक्ष्य को मार गिराती है। यह स्वदेशी रूप से निर्मित एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल तीसरी पीढ़ी की मिसाइल है जिसे सतह से सतह पर मारा जाता है।
इसे एक ही सैनिक, ट्राई-पॉड-माउंटेड हथियारों, ट्रकों, टैंकों और विमानों द्वारा ट्रांस-पोर्ट किया जा सकता है।
तनेराव सिंह
जैसलमेर