फलोदी जिला मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत दयाकौर के राजस्व गांव अम्बेडकर नगर में स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पर शुक्रवार को सामाजिक न्याय केंद्र फलोदी के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विचार संगोष्ठी एवं महिला सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में महात्मा बुद्ध एवं सावित्री बाई फुले की तस्वीर पर पुष्पाजंली अर्पित की गई। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए सामाजिक न्याय केंद्र फलोदी के सचिव अशोक कुमार मेघवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिला अधिकारों के लिये संघर्ष के सम्मान का दिन है। आजादी से पूर्व महात्मा बुद्ध एवं सावित्री बाई फुले जैसे कई महापुरुषों ने समाज में महिला समानता का संदेश देते हुए उनके लिये कार्य किया। आजादी के पश्चात बाबा साहेब अम्बेडकर ने भारत के संविधान में महिलाओं के लिये कई विशेष प्रावधान किये, जिसकी बदौलत आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ रही है। देश का संविधान ही महिला अधिकारों का सबसे बड़ा रक्षक है। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बंशीलाल चौहान एवं समता सैनिक दल के अध्यक्ष चंदन कुमार मेघवाल ने कहा कि समाज में शिक्षा की कमी एवं सामाजिक कुरीतियों की अधिकता के दुष्परिणाम महिलाओं को सबसे ज्यादा झेलने पड़ते है, आपने महिला शिक्षा को बढावा देने एवं सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का आह्वान किया। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए शिक्षिका भारती मीणा ने बालिकाओं की उच्च शिक्षा पर जोर देने का आह्वान करते हुए रोजगार के अवसरों की जानकारी दी। मीणा ने कहा कि शिक्षा की बदौलत ही महिलाएं सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है। इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पादेवी चौहान, सहायिका तीजो देवी, आशा सहयोगिनी लीला देवी, शिक्षिका भारती मीणा तथा दसवीं एवं बारहवीं उत्तीर्ण बालिकाओं का माला पहनाकर एवं संविधान की प्रस्तावना भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर सुगनों, श्रवणी, माडु, ममता देवी, ओमी देवी, पुष्पा, लीला, तीजो, कमला, गीता, दुर्गा, भीखो, झम्मू, नीतू, संगीता, ममता, नैना, रामी, शांति, ओमी, निरमा, लक्ष्मी, सुमन, शोभा, उर्मिला, सुशील, खुशबु, नेतु, भगवती, हीरो, मोनिका, पूजा, ममता, इशिका, भोजराज, संतोष चौहान, जेठाराम, खूबचंद, कनीराम, गणेश, उतमाराम एवं सुरेश आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन चंदन कुमार ने किया।